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अमिताभ बच्चन के पैर छूने पर दिलजीत दोसांझ को खालिस्तानी गैंग की धमकी – क्या है सच्चाई?

दिलजीत दोसांझ के केबीसी शो पर अमिताभ बच्चन के पैर छूने के बाद खालिस्तानी गैंग की धमकी, सोशल मीडिया पर उठा बवाल और आयोजकों की चिंता, जानिए पूरा मामला सरल भाषा में

दिलजीत दोसांझ, जिन्हें पूरी दुनिया पंजाबी म्यूजिक और बॉलीवुड में धमाकेदार उपस्थिति के लिए जानती है, एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं। लेकिन इस बार वजह उनकी कोई फ़िल्म या गाना नहीं, बल्कि केबीसी के मंच पर दिखाया गया उनका सम्मान है। जी हाँ, बात उस पल की हो रही है जब दिलजीत ने शो के दौरान अमिताभ बच्चन के पैर छुए। यह इशारा भारतीय संस्कृति में बड़ों के प्रति आदर का प्रतीक है, लेकिन दुर्भाग्यवश इसने एक बड़े विवाद को जन्म दे दिया।

केबीसी का मंच – खास मुलाक़ात और सुर्ख़ियों की शुरुआत

हाल ही में दिलजीत दोसांझ लोकप्रिय टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) के सेट पर पहुँचे। वहां उन्होंने बिग बी अमिताभ बच्चन का आदर करते हुए उनके पैर छू लिए। दर्शकों के लिए यह दृश्य भावनात्मक और प्रेरक था। दिलजीत के लिए भी यह एक बड़ा सम्मान था, क्योंकि उन्होंने अपने करियर में जिन लोगों का अनुसरण किया, उनमें अमिताभ बच्चन भी अहम हैं।

लेकिन इसी मासूमियत भरे सम्मान ने बेहद गंभीर विवाद को जन्म दे दिया। एक खास समूह, जो खुद को ‘खालिस्तानी’ विचारधारा से प्रेरित बताता है, ने इस घटना पर नाराजगी जताई और सोशल मीडिया पर दिलजीत के खिलाफ खुलेआम धमकियाँ देने लगा।

खालिस्तानी गैंग का विरोध – धमकियों से उपजा तनाव

जैसे ही केबीसी का यह एपिसोड सामने आया, सोशल मीडिया पर हलचल तेज हो गई। अब तक अपने गानों और फिल्मों को लेकर चर्चा में रहने वाले दिलजीत दोसांझ को इस बार डरे हुए, तनाव में और गंभीर प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा। खालिस्तानी गैंग ने न सिर्फ आपत्ति जताई बल्कि ऑस्ट्रेलिया में होने वाली उनके आगामी कॉन्सर्ट को बंद करने की धमकी भी दे डाली।

यह पहली बार नहीं है जब किसी सेलिब्रिटी को राजनीति या विचारधारा के कारण खुली धमकी मिली हो, लेकिन दिलजीत के मामले में यह बात सबको चौंकाने वाली लगी क्योंकि उन्होंने तो सिर्फ अपने सीनियर को भारतीय संस्कृति के अनुसार सम्मान दिया था।

सोशल मीडिया पर बवाल – फैन और विरोधी आमने-सामने

खालिस्तानी गैंग की धमकी के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स दो हिस्सों में बट गए। एक वर्ग ने दिलजीत के इस कदम को सही बताया और भारतीय संस्कृति की तारीफ की, वहीं दूसरा वर्ग – जो खालिस्तानी सोच से जुड़ा हुआ है – उन्होंने इसे अपने खिलाफ प्रचार मान लिया। ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक, सभी प्लेटफार्म पर #DiljitDosanjh, #AmitabhBachchan जैसे हैशटैग ट्रेंड होने लगे।

फैंस का यह कहना है कि एक कलाकार को उसकी कला और उसकी इंसानियत से परखना चाहिए, न कि किसी विचारधारा या राजनीति से। हजारों फैंस ने दिलजीत का समर्थन किया और उन्हें ताकत दी कि वे बिना डरे आगे बढ़ें।

भारतीय संस्कृति में बड़ों के पैर छूने का महत्व

यह विवाद हमें फिर याद दिलाता है कि हमारी भारतीय संस्कृति में बड़ों के पैर छूना केवल एक रस्म नहीं, बल्कि कृतज्ञता और सम्मान का प्रतीक है। दिलजीत ने न तो किसी का अपमान किया और न ही कोई उकसावे वाली बात कही।

यह भी समझना जरूरी है कि सेलिब्रिटी हमेशा अपने हर कदम पर सबकी भावनाओं का ध्यान नहीं रख सकते। किसी भी पब्लिक फिगर के लिए हमेशा सुखद माहौल बने रहना संभव नहीं होता, लेकिन स्थिति को सही तरीके से संभालना ज़रूरी है।

दिलजीत दोसांझ का जवाब – शांति और समझदारी

इस पूरे विवाद के बीच दिलजीत ने सीधे तौर पर कोई बयान नहीं दिया, पर उनके करीबियों ने बताया कि वे इस पूरी घटना से दुखी हैं। वे खुद को एक कलाकार और भारतीय संस्कृति का गौरव मानते हैं। दिलजीत ने हमेशा अपने संगीत और कर्म से यह दिखाया है कि वह हर वर्ग का सम्मान करते हैं।

इस तरह के विरोध के बावजूद वे शांत हैं और अपने फैंस को सकारात्मक संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि घबराने की जरूरत नहीं।

आयोजकों की चिंता – ऑस्ट्रेलिया में कॉन्सर्ट पर खतरा

ऑस्ट्रेलिया में जल्द ही दिलजीत दोसांझ का बड़ा कॉन्सर्ट आयोजित होने वाला था। लेकिन धमकियों के बाद आयोजकों की चिंता बढ़ गई है। आयोजकों ने भी सुरक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन से मदद मांगी है ताकि शो में किसी प्रकार की बाधा या हिंसा न हो।

फिलहाल किसी भी स्तर पर आयोजन को रद्द करने या स्थान बदलने का आधिकारिक बयान नहीं आया है। फैंस को उम्मीद है कि शो समय पर और सुरक्षित तरीके से पूरा होगा।

पुलिस और सुरक्षा एजेंसियाँ सक्रिय

खालिस्तानी संगठन की धमकी के बाद पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियाँ सक्रिय हो गई हैं। सोशल मीडिया अकाउंट्स की निगरानी, इन्फ्लुएंसर्स की गतिविधियों पर नजर और हर अपडेट को बारीकी से देखा जा रहा है। प्रशासन की कोशिश है कि किसी भी तरह की अफवाह न फैले और सभी को पूरी सुरक्षा मिले।

सामाजिक संदेश – बॉलीवुड और पॉप कल्चर पर असर

इस विवाद ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या बॉलीवुड सेलिब्रिटी और पॉप कल्चर को राजनीति से दूर रहना चाहिए? क्या कलाकारों पर विचारधाराओं का इतना दबाव बनाना सही है? क्या सामाजिक विविधता और सांस्कृतिक भिन्नता को सम्मान देना वक्त की जरूरत नहीं है?

दिलजीत का पैर छूना जहाँ बहुतों को प्रेरक और सकारात्मक लगा, वहीं कुछ वर्गों के लिए वह नाराजगी का कारण भी बन गया। इस घटना ने हमें यह सोचने के लिए मजबूर किया कि हमें अपनी संस्कृति, कला और कलाकारों का सम्मान करना चाहिए।

निष्कर्ष – डर पर जीत, भारतीयता की पहचान

इस पूरे विवाद और धमकी के बाद भी एक बात साफ है कि दिलजीत दोसांझ जैसे कलाकार भारतीय संस्कृति के असली ब्रांड एम्बेस्डर हैं। उन्होंने मुश्किल समय में भी संयम और समझदारी दिखाई।

आज जब सोशल मीडिया से होकर हर खबर चंद सेकेंड में पूरी दुनिया में फैल जाती है, तब ऐसे मुद्दों पर संयम और समझ सबसे ज्यादा जरूरी है। फैंस को उम्मीद है कि दिलजीत अपनी अगली परफॉरमेंस में भी वही प्यार, सम्मान और गर्मजोशी से सबका दिल जीतेंगे।