अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच यह मुलाकात कई मायनों में ऐतिहासिक रही। 2019 के बाद पहली बार दोनों नेता आमने-सामने मिले। यह बैठक ऐसे समय हुई है जब दोनों देशों के रिश्तों में नई परिभाषा लिखी जा रही है।
बैठक का मकसद
सूत्रों के अनुसार, इस द्विपक्षीय वार्ता का उद्देश्य व्यापारिक तनाव को कम करना और दोनों देशों के बीच संवाद की नई शुरुआत करना था।
टैरिफ विवाद और आर्थिक संतुलन
ट्रंप प्रशासन ने पिछले कार्यकाल में चीन पर कई व्यापारिक टैरिफ लगाए थे। अब संभावना जताई जा रही है कि कुछ क्षेत्रों में टैक्स राहत और आयात-निर्यात में सहयोग बढ़ सकता है।
इंडो-पैसिफिक का मुद्दा
चर्चा के दौरान इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की स्थिरता, दक्षिण चीन सागर विवाद और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर भी बात हुई।
वैश्विक महत्व
विश्लेषकों का मानना है कि यह बैठक आने वाले महीनों में अमेरिका-चीन रिश्तों की दिशा तय करेगी और बाकी दुनिया के लिए भी आर्थिक प्रभाव लाएगी।